मैं और मेरे अह्सास
आज नामा उनका आएगा l
आखों मे सैलाब लाएगा ll
दास्ताने मुहब्बत पढ़कर l
दिल चैन सुकून खोएगा ll
अह्सास ए कशमकश से l
जाने कब आराम पाएगा?
बेआरामी का नामा लेकर l
कसीदा वापस जाएगा ll
उनके आने की आहट से l
दिल खुशी के गीत गाएगा ll
२-५-२०२२
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह