“माँ से बढ़कर, किसी की औकात नहीं होती।”
उसने कहा माँ को छोड़ दो,
दिल ने कहा उसको छोड़ दूँ।
माँ बोली ये क्या कह रहा है,
बोला बेटा माँ इंसाफ हो रहा है।
माँ बोली इससे तेरा घर टूट जाएगा,
बोला बेटा माँ तू जो मुझसे रूठी,
तो मेरा रब मुझसे रूठ जाएगा।
माँ बोली बेटा ये कोई बात नहीं होती,
बोला बेटा सुन ले माँ तुझ से बढ़कर,
किसी की औकात नहीं होती।।
“माँ से बढ़कर, किसी की औकात नहीं होती।”