चांद बालियां
(Denial)
तिरछी तिरछी नजरों से क्यों मुझको ही ताके ,
देख मैन्नू लग दा बावला ।
माना मेरी सूरत की है चांदी सौ टका बट ,
तू तो लगे है बांदरा ।
ये मेरी चांद बालियां भी देती तुझको गालियां ,
सोचले जा मौका है दिया ।
मेरे पीछे क्यूँ तू घूमता।
सूट पटियाला मेरा जुत्ति अंबरसरिया ,
बजेगी अभी सिर ते तेरे।
मुक जांदे सारे आशिक तू वी मुक जांदा ,
नईं करना मैन्नू प्यार व्यार ।
लगे है इक कौए सा जो छत ते कौ कौ करदा ,
क्यूं तू मेरी छत पर आ गिरा ।
मेरे पीच्छे क्यूं तू घूमता ।
-srishti tiwari