इस धरती की मिट्टी चंदन हैं,
इस धरती की मिट्टी पावन है,
इस धरती को मेरा वंदन है।
जहां आदर्श श्री राम अवतार ले,
जहां पूरन पुरूषोत्तम प्रगट हुए,
जहां नारी - शक्ति दुर्गा पूजा हो,
इस धरती को मेरा वंदन है।
श्री राम परिवार प्रेम से विभूषित,
सीता नारी गरिमा से रहे अंकित,
धन्य भाई भरत की त्याग समर्पन की गाथा,
इतिहासे सुवर्णाकित,
इस धरती को मेरा वंदन है।
ये पावन रज रामलल्ला की,
ये पावन यशोदा के लल्ला की,
ये पावन हुई त्रिभुवन पाल की,
इस धरती को मेरा वंदन है।
ये हैं पयगंम्बरो से पहचानी,
ये हैं उच्च आदर्श और संस्कृति से,
दुनिया में है जानी-मानी, बलिदानों की प्रवाहित गंगा,
इस ने विश्व विजय की ठानी,
इस धरती को मेरा वंदन है।
।।स्वरचित डॉ दमयंती भट्ट।।