सादर समीक्षा हेतु प्रस्तुत हैं पाँच शब्दों पर दोहे
*फसल,मिट्टी,खलिहान,अन्न,किसान*
1 फसल
हरित क्रांति है आ गई, भारत बना महान।
फसल उगा कर भर रहा, पेट और खलिहान।।
2 मिट्टी
मिट्टी की महिमा अलग, सभी झुकाते माथ।
जनम-मरण शुभ-कार्य में, सँग रहता है साथ।।
3 खलिहान
कृषक भरें खलिहान को, रक्षा करें जवान।
जनता है खुशहाल अब, सभी करें यशगान।।
4 अन्न
अन्न उपजता खेत में, श्रम जीवी परिणाम।
बहे पसीना कृषक का, सुबह रहे या शाम।।
5 किसान
कुछ किसान दुख में जिएँ, कष्टों की भरमार।
उपज मूल्य अच्छा मिले, मिलकर करें विचार।।
मनोजकुमार शुक्ल " मनोज "
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