*चैत,उपवास,प्रतीक्षा,निर्णय,मनमीत*
चैत शुक्ल नवमी दिवस, जन्मे थे श्री राम।
नगर अयोध्या था सजा, बना देव का धाम।।
चैत्र माह प्रतिपदा को, नौ दिन का उपवास।
मातृ-शक्ति का दिवस यह,भक्ति भाव है खास।।
सुखद प्रतीक्षा है अभी, बने हमारे काज।
नित विकास के पथ गढ़ें, रहे राम का राज।।
मोदी का संदेश है, कार्य करेंगे नेक।
निर्णय हों सरकार के, सबके हित में एक।।
मन के जो नजदीक हैं, बन जाते मनमीत।
दिल में जब वे आ बसें, मनभावन हैं गीत।।
मनोजकुमार शुक्ल मनोज