यह समझ और विवेक भी मेरे साथ तुम्हारे चरणों पर रखा है, विश्वास और संशय में मेरा योगदान नही , यह आँखें भी तुम्हारी , दृश्य भी, और हृदय झाँकता भी तुम्हारी आँखों से है, तुम्हारे सिवा न कुछ था न है , ये होने का भ्रम भी तुम्हारे चरणों मे रख रही हूँ | और रखने का दोष भी | तु ही तू 🙏तू ही तू 🙏तू ही तू🙏