सादर समीक्षा हेतु प्रस्तुत हैं 🙏
*दोहा सृजन हेतु शब्द--*
*बुखार,बीमार,चोट,औषधि,उपचार*
1 बुखार
अर्थ व्यवस्था देखकर, अरि को चढ़ा बुखार।
याचक बनकर है खड़ा, अब करना व्यापार।।
2 बीमार
कोरोना की मार से, हुआ विश्व बीमार।
साहस दृढता धैर्य से, उबरा अब बाजार।।
3 चोट
चोट लगी गहरी मगर, टूटा अरि का मोह।
घाटी में अब शांति है, खतम हुआ विद्रोह ।।
4 औषधि
कड़वी औषधि ही सही, करती है उपचार।
दवा समझ कर पीजिए, तन का मिटे विकार।।
5 उपचार
संकट जब हो देश पर, करना है उपकार।
राष्ट्रवाद की सोच से, हो जाता उपचार।।
मनोज कुमार शुक्ल " मनोज "
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