#दीदार की #आग ,
जब दिल में #भड़कने लगती है

तुझे #देखने को,
मेरी #आँखें #तरसने लगती हैँ...

#बादलों के #बरसने का हमें,
#इंतजार नहीं रहता...

तेरी #याद में ये #आँखें ,
खुद ही #बरसने लगती हैं...!!❤️

Hindi Romance by Parmar Narvirsinh : 111784614

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