क्या कभी अपने सोचा है.....
जब आप दुआ या प्रार्थना करते हैं तो आंखे क्यू बंद हों जाती है.....
जब मन के क़रीब इंसान को याद करते हैं तो आंखे बंद हो जाती हैं.....
जब हम रोते हैं तब भी आखें क्यों बंद हों जाती हैं....
जब हम ख़्वाब देखते हैं तब भी क्यों आखें बंद हो जाती हैं.....
ऐसा इसलिए होता क्योंकि दुनियां की जो चीज़े सबसे अच्छी होती हैं.....
उन्हें देखा नहीं महसूस की जाता हैं.....।😊😊😊