दिल टूटा है अरमान नहीं ....
हे ज़िंदगी अभी तो मैं टूटा हूँ मेरा ईमान नहीं…
हम अभी भी ज़िंदा है उन दिलों में है
जहाँ कभी भी मायूसी का अंधेरा नहीं
हम राख में दहकता वह अंगारा है
जो बुझ कर भी जलाता है
हैं ख्वाबों में रहने वाले लोगों
ये जीवन मे कितना गंवाया कितना पाया है
दिल टूटा है अरमान नहीं
है ज़िंदगी अभी तो मैं टूटा हूँ मेरा ईमान नहीं है।।।।।।।
हृदयस्पर्शी
हर्षिल पटेल