मैं और मेरे अह्सास
हिम्मत नहीं हारना चलना है और बाकी l
भूलभुलैया से निकलना है और बाकी ll
कुछ देर बाद सवेरा उजाला ले आएगा l
ठेर जा रात संग जलना है और बाकी ll
समंदर के ख्वाबों को सहलाया बहोत l
सागर देखते उछालना है और बाकी ll
चाँद जैसे मुखड़े को जी भरकर देखकर l
आज चांदनी को खिलना है और बाकी ll
कई युगों के बाद पिया मिलन हुआ है l
खुशी के मौके पे मचलना है और बाकी ll
दर्शिता