मैं और मेरे अह्सास
चलो इस दिवाली प्यार के दिये जलाते हैं l
सब के दिलों में प्यार के दिये जलाते है ll
दिलों दिमागों की सरहदों को मिटा दे l
आज नफ़रतों को प्यार से जलाते है ll
सोए ख्वाबों को आशा के साथ जगाए l
फिर जीने की उम्मीदों को जगाते है ll
छोटे बड़ो को खुशियो का तोहफ़ा दे l
मुस्कराहट देके सभी को हसाते है ll
आज अपनों परायों से ऊपर उठकर l
खुशी और प्यार से गले लगाते है ll
दर्शिता