तेरी तरह लगता तू है
ये तू मगर है नहीं
चेहरा तेरा हसता तो है
आंखें मगर खुश क्यूं नहीं
कौन समझ दर्द तेरे
कौन तुझको रिहाई दे
रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे
क्यूं तेरी ख्वाहिशें खतम हुई
शौक तेरे दराजों में क़ैद हुए
जागी निगाहों के सपने तेरे
सुरख जो थे वो सारे सफ़ेद हुए
साहिलों से लहर तेरी रूठ गई
क्यूं कौन समझे दर्द तेरे
कौन तुझको रिहाई दे
रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे
तेरी तरह लगता तू है
ये तू मगर है नहीं
चेहरा तेरा हसता तो है
आंखें मगर खुश क्यूं नहीं
कौन समझे दर्द तेरे
कौन तुझको रिहाई दे
रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे रिहाई दे