कभी खुद पे रोये तो कभी हालात पे रोये,
जब बात निकली तो हर इक बात पे रोये.
वक्त के साथ-साथ वह भूल गए है हमे,
बस आज इस एक ख़यालात पर रोये.
किसके लिए जिन्दा है हम और क्यो..?
बस आज ऐसे ही सवालात पर रोये.
उनकी धड़कनो मे हम जिंदा है,
जब यह जाना तो इस बात पर रोये.
-Abhi