बोसा दे के एक हल्की
सी”आह"के बाद
वो बोली बस बाकी
सब निकाहके बाद
संस्कृतिकी चार दिवारें
धागेके बंधन बाद
पुस्तों की ख़ानदानी हया
सँवरती”हाँ”के बाद
दो नस्लों की मिलावट है
एक औलाद के बाद
वंशावली चलतीं आईं हैं
निकाह-रस्मके बाद
प्रभुजी बनाएँ हैं संरचना
जहाँ बनने के बाद
-Rooh The Spiritual Power