फातिमा आईवीएफ में काम तो करती ही थी इसलिए उसके दिमाग में ये आईडिया आया कि किसी भी लड़की का प्रेग्नेंट होना तभी तक समस्या है जब तक वो शादी-शुदा नहीं है। उसने कुछ आर्टिकल और प्रोसेस पर कुछ खोजबीन की और तय कर लिया था कि कैसे अपने बदले को अंजाम देना है। क्योंकि स्पर्म इनसेमिनेशन अब घर में भी सम्भव है और इसके लिए इक्विपमेंट्स भी हैं। फिलहाल फातिमा ने कहना जारी रखा:
"मैंने कुछ मोस्ट पोटेंट स्पर्म के सैंपल लिए और अनन्या जब समर्थ के साथ पूल में न्यूड थी तो मैंने उन स्पेर्म्स को उसी में डाल दिए थे। लेकिन शायद क्लोरीन की वजह से वो असर नहीं किया होगा। लेकिन जब ये सब एक साथ दिखे तो मैंने मौका नहीं गंवाया।"
दरसल उस दिन जब सब पूल में एन्जॉय कर रहे थे, फातिमा वहाँ रूककर अपने मकसद को पूरा कर रही थी।
"इस बार स्विमिंग पूल के पानी की बिना परवाह किये मैंने पूल में तो कुछ स्पर्म्स डाले ही थे, इसके अलावा भी जब ये सारे रूम में नशे में धुत्त होकर अधनंगे और बिना कपड़ों के पड़े हुए थे, मैंने एक टूल के सहारे सभी के अंदर स्पर्म इंजेक्ट कर दिया। मुझे पता था इस बार असर दिखेगा और ये भी दिखेगा कि कैसे बिना किसी के छुए इनकी ज़िन्दगी बर्बाद होती है।"
"वैसे, हमारा पहले शक तो तबस्सुम पर था जिसे तुमने दूसरे आईवीएफ में लगवाया था, जब उसे रिसोर्ट से निकाला गया था।" पुलिस ने भी कुछ खुलासा किया और कहना जारी रखा; "लेकिन साइबर ट्रैकिंग और सीसीटीवी फुटेज के बाद स्पर्म्स की चोरी से क्लियर हो गया था कि उसका हाथ नहीं है। ऐसे में अब सिर्फ तुम ही रह गयी थी। लेकिन लड़की होकर भी ऐसा घिनौना आईडिया तुम्हारे दिमाग में आया कहाँ से?"
"इजिप्ट और फ्लोरिडा में एक ऐसा केस हुआ था जब स्विमिंग पूल में पोटेंट स्पर्म्स छोड़ देने से लड़की प्रेग्नेंट हो गयी थी और आईवीएफ सेण्टर में काम करते हुए अपनी इन्फॉर्मेशन के लिए मैं कई तरह की चीज़ें पढ़ती और देखती थी, मुझे तभी ध्यान आया कि बदला लेने का ये सबसे नया और सही तरीका है।" ये शायद फातिमा का कबूलनामा ही था।
"ओसामा से लेकर इनकी मासूमियत तक, क्राइम ने एजुकेशन को अपना द्रोणाचार्य बना लिया है। अब सेक्शन ५०६ का केस तो साफ़ बनता है।"
तो ये था बदला लेने के नए तरीके पर एक नयी और अलग किस्म की कहानी। कैसा लगा ज़रूर बताएँ। शुक्रिया!