"इसके पास तो कोई मोबाइल या कैमरा तो नहीं है न?" नैना ने पूछा।
"अरे चिल! यहाँ सिर्फ फीमेल स्टाफ ही हैं। अफ़सोस यही है कि इतने अच्छे मौके पर भी ऐसों की शक्ल देखनी पड़ती है।" अनन्या का जवाब था।
"चलो थोड़ा गले को भी भिगोया जाए!" आकृति ने कहते हुए ड्रिंक की तरफ अपना हाथ बढ़ाया।
इन सब बातों से पुलिस भी अवगत हो चुकी थी इसलिए उन्हें यकीन था कि जो हुआ है, इसी रिसोर्ट में किसी के माध्यम से हुआ है या कुछ छुपाया जा रहा है।
"इन बातों से इनकी प्रेग्नेंसी का कहाँ कोई सम्बन्ध है?"
"हाँ, एक मिनट के लिए मान लें कि समर्थ नशे में अनन्या के साथ कुछ करेगा भी लेकिन बाकी लड़कियों के साथ कौन करेगा?"
"एक काम करो, रिसोर्ट में चेक करो कि इनके बाद जिसकी भी वहाँ विज़िट हुई है, उनमें से किसी के साथ ऐसा कुछ हुआ है या नहीं।"
इसका फायदा ये हुआ कि एक ज़रूरी बात पता चली। समर्थ और अनन्या ने जिस दिन चेकआउट किया, ठीक उसके एक दिन पहले यहाँ किसी ने ज्वाइन किया और अनन्या की न्यूड पूल पार्टी के बाद वाले दिन ही उसे यहाँ से निकाल दिया गया। अब मुद्दा था पता लगाना कि वो कौन है। इधर पुलिस टीम ने शहर के आईवीएफ सेंटर्स में भी जांच-पड़ताल शुरू किया और हर जानकारी को नोट करने के साथ केस से जोड़ने की कोशिश चलने लगी। अब ज़रूरी था कि सवाल-जवाब भी थोड़ी सख्ती से हो।
"नहीं, मैं कुछ नहीं छुपा रही, जो बताया है अबतक वही सच है।" अनन्या ने सफाई दी।
"लेकिन आपने तो हमें नहीं बताया था कि उस रिसोर्ट में आपकी किसी से बहस भी हुई थी।"
"अच्छा वो, वो बात इतनी ज़रूरी नहीं लगी थी मुझे। उससे कैसे ये सब रिलेट होगा और वैसे भी वो दोनों स्टाफ बहुत सालों के बाद वहाँ दिखे थे इसलिए मैंने इतना ज़रूरी भी नहीं समझा कि उनका ज़िक्र करूँ।"
"ये बताइये, जब अगले दिन आप उठीं तो कैसा लगा था? कहीं ज़्यादा बेहोशी जैसी या ज़्यादा देर तक सोने जैसा लगा था?"
"फ्रैंकली, हम लोगों ने काफी पी रखा था तो ठीक से नहीं कह सकते। हैंगओवर की वजह से ज़रूर सर थोड़ा भारी लग रहा था लेकिन कुछ भी अजीब किसी को नहीं लगा था। कुछ और बात है क्या?"
"क्योंकि बिना इंटरकोर्स के स्पर्म्स अंदर जायेंगे नहीं और बिना स्पर्म के प्रेग्नेंट होना मुश्किल है। बशर्ते किसी ने बेहोशी में आपके साथ सेक्स किया हो।"
"व्हाट? लेकिन वहाँ तो सिर्फ फीमेल स्टाफ हैं और मुझे प्रेग्नेंट कर के फायदा क्या मिलेगा?"
"यही तो पता लगाना है। आप मुझे यकीन दिलाती हैं कि आप सभी ने सब कुछ और सही बताया है और अभी भी कुछ नहीं छुपा रहीं है?"
"बिलकुल।"
"ठीक है फिर। अब लगता है दूसरा रास्ता अपनाना ही होगा।"
इतना कहकर पुलिस तो निकल गयी लेकिन अनन्या के चेहरे पर शिकन काफी देर तक 'आजा नच ले' करते रहे। समर्थ भी साथ ही था और उसे भी कुछ समझ नहीं आ रहा था। (क्रमशः)