हमारा दूसरा घर हमारा स्कूल है
और हम सब सखी सहेलियों की
यारी दूर दूर तक काफी मशहूर है।
सुख हो या दुख हर हाल में हम
एक दूजे का साथ निभाते हैं।
लंच में मिल बांटकर हम एक दूजे
के हाथों का लजीज़ खाना खाते हैं।
बर्थडे एनीवर्सरी हो या त्योहार
हर मौके पर हम खूब रौनकें लगाते हैं।
जिंदगी की छोटी छोटी खुशियां का
मिलकर भरपूर लुत्फ उठाते हैं।
हर छोटे-बड़े मौके पर हम सब
सेल्फी फोटो भी खूब खिंचवाते हैं।
फेसबुक और स्टेटस पर लगा उन्हें
सबके सीनों पर खूब तीर चलाते हैं।
ईश्वर से है बस यही दुआ हम सब
सखियों का साथ रहे यूं ही सदा बना।
-Saroj Prajapati