शीर्षक: सितारे धरती पर
सितारे सफलता के धरती पर चमकते है
नील-आसमां से भी, स्वर्णिम फूल झरतें है
मंजिलों के राही, सारा आसमां तुम्हारा है
तुझे चलने की जरुरत, रास्ता भी तुम्हारा है
एक अदद मुस्कान, तेरे चेहरे की शान है
गम की बात न कर, वो खुद से परेशान है
सितारों को धरती पर, आकर बिखर जाना है
हौसला दिखा, कलियों को भी निखर जाना है
समझ की बात है, तेरे कदम, तेरी पहचान है
सर सदा उठा के चल, तेरा ही , सारा जहान है
कलुष कीचड़ में, जब "कमल" खिल सकते है
बता क्यों , सितारे, धरती पर नहीं चमक सकते है ?
✍️ कमल भंसाली
-Kamal Bhansali