भगवान श्री शनिदेव आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी
भगवान श्री शनिदेव आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी
॥ पौराणिक मंत्र॥
जय जय शनिदेव जय जय शनिदेव ब्रह्मदत्त
नीलांजनसमाभासं
रविपुत्रं यमाग्रजम्।
जय जय शनिदेव जय जय शनिदेव ब्रह्मदत्त
छायामार्तण्डसम्भूतं
तं नमामी शनैश्चरम्॥
जय जय शनिदेव जय जय शनिदेव ब्रह्मदत्त
॥ अर्थ ॥
नीलांजनसमाभासं
जो नीले और काले पर्वत की तरह चमकिला हैं।
रविपुत्रं यमाग्रजम्
सूर्य के पुत्र और यम के बड़े भाई हैं।
छायामार्तण्डसम्भूतं
छाया उनकी माँ और मार्तण्ड उनके पिता हैं।
तं नमामीशनैश्चरम्
ऐसे देव शनि महाराज को में नमन करता हूँ।
शनिदेव के पौराणिक मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने से शनि की साढे साती के प्रकोप को काम किया
जा सकता हैं।
भगवान श्रीशनिदेव आपकोबारबारप्रणाम नमन नमस्कारहैब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का नमस्कार स्वीकार करें ➖ ब्रह्मदत्त त्यागी
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