थाम कर मेरा हाथ अफवाहों पर विराम लगा दो न।
तुम भी मुझसे प्रेम करते हो सब को बता दो न।
मेरी ख्वाहिश बस इतनी है कि मैं बनूँ तेरी दुल्हन
प्यार से मेरी मांग में एक चुटकी सिंदूर लगा दो न।
अब मैं तुमसे दूर नहीं रह सकती एक पल भी।
आज सब के सामने मुझे गले से लगा लो न।
थक गई हूं अब मैं लोगों के ताने सुनते सुनते।
फैला कर अपनी बाहें "अर्जुन" मुझे छुपा लो न।
-Arjun Allahabadi