एक ही वस्तु को लेकर अलग-अलग जीवों के
अलग-अलग विचार होना,
जैसे एक फूल 🌺......
एक पुजारी के अनुसार पूजा की पवित्र वस्तु होना,
एक व्यापारी के अनुसार धन प्राप्त करने का साधन,
एक तितली के लिये मानो तृष्णा तृप्ति का साधन,
एक महिला के अनुसार एक आभूषण होना,
एक मधुमख्ही के लिए मानो जीवन का वरदान,
एक वनस्पति विज्ञानी के अनुसार अध्ययन की वस्तु,
एसे ही ज्ञान अध्ययन की वस्तु के वजाय व्यक्तिगत
विचार और विचारों पर निर्भर हैं....
दृष्टिकोण अलग है,सोच सबंध अलग हैं......
-Dhvani Upadhyay