है कहीपे शादी का जस्न, तो कहीं पे कीसी मासुम के जन्म की खुशी का जस्न, और बाकी चारो और है हाहाकार और कोरोना का कहर, हर गली शहर मोहल्ला कोई नहीं बाकात, कीसीको नहीं बक्सा उसने, बच्चे बुजुर्ग या हो नो जवान, यमराज का नहीं खोफ ,ईतना है कोरोनाका खोफ, अब तो यम के दुत कहरहै होगे नहीं जगह है खाली , बसकर कोरोना अब और कीतनी लेगा तु जाने।।
-Hemant Pandya