एक बार वो अनमोल पल जीना चाहती हूँ,,,,
काश किसी एक रोज आँख खुले, सामने मेरे हिन्द के शेर हों।।।
चारों ओर जय हिन्द का घोष हो और भारत माता की जय का ही शोर हो।।
एक बार वो बेशकीमती खजाना छूना चाहती हूँ,,,
पहनकर जिसे कोई फौजी कहलाता है,,,,
रंगों से जिसकी वतन पर मर मिटने का जुनून और जोश आता है।।।
-Khushboo bhardwaj "ranu"