ज़िंदगी के हैं कई रंग ,
मिलेंगे यहाँ सुख दुःख संग ,
सदा न रहोगे एक समान ,
बुढ़ापे से न होना नाराज़ ,
ये है नयी ज़िंदगी का आगाज़ ,
बस अपने शौक ज़िंदा रखना ,
ये सब पार्ट ऑफ़ लाइफ है ,
ज़िंदादिली तो आर्ट ऑफ़ लाइफ है ,
घुटनों का भले ही मुश्किल हो चलना ,
फिर भी मन को पंक्षी की तरह उड़ने देना .