मां ममता का तुम आंगन हो। मां जीवन का तुम प्रांगन हो। मां तुम प्राणाधार हो। मां तुम जीवनाधार हो। मां बिना हो जाता है सूना सब संसार। मां बिना टूट जाता है घर बार। मां के संग रहिए। मां को सम्मान दीजिए । मां को वृद्धाश्रम भेजकर मां का अपमान मत कीजिए। मां जीवन दाता है। मां बच्चों की विधाता हैं।
-Anita Sinha