पता नहीं क्या पाप क्या पुन्य, क्या अच्छा क्या बुरा, पर मे ईन तीन बातो का अवस्य ख्याल रखता हूं,
१)कीसी की मजबूरी का फायदा न उठाया जाये,
२)कीसी नीरदोष शांत की शांति भंग न हो वो अ कारन परेशान न हो,
३)कीसीको कुछ दे न पाये कोई रंज नहीं, पर कीसीका कुछ छीना न जाये।।
-Hemant Pandya