प्रकृति गीत गाती है,
जीवन संगीत सुनाती है।
तुम भी सुनना चाहो अगर,
तो सुनो हवा की सर-सर,
बहती नदियों की कल-कल,
तुफानों का शोर, काली घटा घनघोर,
पक्षियों का कलरव, भौरों का गुंजन,
प्रकृति के गीत में अपार शांति है,
तुम महसूस करना इसको जरूर।
-Pragya Chandna