वह भोली सी सहमी सी
कृष्ण के बिन अधूरी सी
मोहन की मुरली में
खोई रहे वह कृष्ण भक्ति में,
कृष्ण नाम लेती रही
सदियों से इंतजार करती रही
सारे जग को बैरी बना लिया
कृष्ण संग प्रीत लगा लिया
वह तो है कृष्ण प्यारी
तन मन उन पर वारी..मीरा
-SADIKOT MUFADDAL 》 Mötäbhäï 《