💐💐दहेज💐💐
दहेज बड़ा बेदर्द शब्द बन गया है
बहुतों को ये दिल का दर्द दे गया है
था कभी जो बड़े गर्व का प्रतीक
आज वो विषय शर्म का बन गया है
पाकर इसे चमकती थी आँखें कभी
आज वो आँसू की वजह बन गया है
सोचती हूँ एक बात मैं दिल से आशा
दहेज क्या लालच का साथी बन गया है
लेते नहीं जो दहेज फिर भी
उनको भी ये दानव छल गया है
दहेज बड़ा बेदर्द शब्द बन गया है
बहुतों को ये दिल का दर्द दे गया है।।
आशा झा सखी✍🏼✍🏼✍🏼
-आशा झा Sakhi