नाराज होना तुम्हारा भी जायज तो था।
हुई है गलती तो सजा मिलना भी जरुरी ही था।
कर ना सकोगे हमें माफ अब तुम,
एहसास ये अब इस दिल में भी है।
भरोसा आज भी उतना ही है कल जितना था।
जो बोला आपसे वो बस मजाक भर ही था।
कर ना सकोगे हमें माफ अब तुम,
एहसास ये अब इस दिल में भी है।
जी सकेंगे ना इक दूजे के बिन।
करते हैं प्यार भी रूह से रूह तक।
जानती हूँ कर ना सकोगे हमे माफ अब तुम,
एहसास ये अब इस दिल में भी है।
-Neha Awasthi