ऐ दिल भी क्या दिल है
किसी कि प्यार में
बेवजह कूद पड़ता है ।
ऐ दिल भी क्या दिल है
किसी कि आँखों में
बेवजह डूब जाता है ।
ऐ दिल भी क्या दिल है
किसी कि एहसास में
बेवजह पिघल जाता है ।
ऐ दिल भी क्या दिल है
किसी कि यादों में
बेवजह धड़क जाता है ।।
-© शेखर खराड़ी ( ७/२/२०२०२१)