जबसे देखा है तेरा चेहरा;
दिल ना एक जगह ठहरा;
तुझको अब दिखाऊंगा की,
मेरा प्यार है कितना गहरा?
जीतना चाहे लगाकर रख,
तुम अपने दिल पर पहेरा;
बांध कर एक दिन आऊंगा,
में ही अपने सिर पर सेहरा;
डोलीमें बिठाकर ले जाउंगा,
कब तक रहुंगा में युं इकहरा;
जीस दिन हम मील जाएंगे,
वो पल हो जाएगा सुनहरा;
...©विनोद. मो. सोलंकी "विएम"
GETCO Tappar (GEB)