बेकिताब है ,लिखावट जजबाती ,
नूर ए नजर फकत पहेचान हमारी;
मौज ए दिल ,दोस्ताना बातें सारी
रहेमत भरी निगाहें ही है दिलदारी;
रंगीनियाँ दिल ए बहार, चाहत ही,
मुस्कुराते दिदार ए यार, बस यारी;
ढुंढ रहे हो , बाहर कहां पर दोस्तों,
आईना ए दिल, मुलाकात है हमारी;
क्या खोना पाना, खेल है कुदरत का,
आनंद ही हक़ , बस हकीकत हमारी;
-મોહનભાઈ આનંદ