आईने के सामने खड़ी हूँ. एकटक खुद को देखती ।कहा था न तुमने एक बार ...तुम्हारी आँखे रोने के बाद बहुत खूबसूरत लगती हैं।
देखो..... आजकल मैं बहुत रोती हूँ ,पर अब तुम क्यों कहते हो खुश रहा करो।आँखे तो वही है न मेरी ..........बदल तो तुम गये हो .....
#मृगतृष्णा
#अरेदिसम्बर
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-Neelima Sharrma Nivia