My Wonderful Poem..!!!
यारों मेरी पहचान मेरी अपनी🖊क़लम
मेरी क़लम 🖊 से निकले मेरे अल्फ़ाज़
मेरे अल्फ़ाज़ से बहते मेरे अपने जज़्बात
मेरे जज़्बातमें दिल से बुनें मेरे ख़यालात
मेरे ख़यालात में सिमटे मेरे ताल्लुक़ात
मेरे ताल्लुक़ात से सज़ते मेरे अहसासात
मेरे अहसासात में पनपते मेरे पाकिज़ात
मेरे पाकिज़ात में बस्ती प्रभुजी की ज़ात
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