ज़िन्दगी इतनी बुरी भी नहीं ;
सोचें इतनी अधुरी भी नहीं;
मीलें उतना जो नसीब में लीखा;
बचपन से बस यही तो सीखा;
ज़िन्दगी से नहीं शिकवा गीला;
क्या हुआ जो हमें वह ना मीला;
लेंगे हम जन्म फिर से दुबारा;
अगले जन्म वह होगा हमारा;
काट ही लेंगे ज़िन्दगी हंसते गाते;
खुश होते गर वह हमारे हो जाते;