मेरी परेशानी बिन बोले समझ जाता था, मुश्किल में रहूं कहीं मेरा यार दौड़ा चला आता था, जाने कितनी ही बार पापा की डांट से बचाता ,मां से मेरी, मेरे हिस्से का प्यार ले जाता था, गलती करने पर छोटे भाई सा मुस्कुराता था, काश लौट आते वह वाले दिन ए दोस्त, जब मैं तुझ में सारा जहां पा जाता था!!
-Khushboo bhardwaj "ranu"