प्रेम डगर पर चलने वाले,
हालात से नहीं गभराते हैं;
आये चाहे मुश्किल कैसी,
मंजिल तक पहुंच जाते हैं;
आंधी-तूफान से लड़कर,
वो प्यार अपना पा लेते हैं;
रहेंगे साथ एक-दूजे के,
वो कसमें वफा की खाते हैं;
भुल कर भी प्रेम ना भुलें,
प्रेम कहानी में वही छातें हैं;