मुझसे पहले मेरे मन की
हर बात समझ लेता है
कुछ भी कमी हो पूरी
खुद से कर लेता है
खुशियां ढूंढ लेता है
वो मेरी गम की महफ़िल में
अपनी आंखों में नमी न
रहने देता है
कहां मिला अब तक कोई
जो सिर्फ तेरे जैसा हो
की कोई न ऐसा वैसा हो
हमसफ़र हो तो तेरे जैसा हो।
हमसफ़र हो तो ऐसा हो।।
-Arjuna Bunty