•आइ तू
इस ख़ूबसूरत जहाँ मे मेरा बसेरा बनके आयी तू..,
यूँ कहू तो गर्दिशों को वार सारा प्यार समेट मेरे लिए लाई तू..।
इश्क़ की अज़ानो में मेरी की हुईं दुआ क़ुबूल हो गई जैसे..,
ऐसा ही कोई लज़ीज़ हो तोहफ़ा मेरी ज़िंदगी बनके आयी तू..।
बारिसों का तो क्या हे ना की वो मौसम तले ही आती हे पर मुझे तेरी गर्म सासोंमें भीगौने वो नुमाइश बौछार बनके आइ तू..।
वैसे तो में इन बादलों में गुम रेहने वाला आशिक़ हूँ..,
हाए वो प्यार भरी पलकों में जाम भरक़े आयी तू..।
मैखानो को पुछ जाके पहचान मेरी तू..!
हर एक कतरा वो तेरी मोहब्बत का अज़ीज़ मेरी प्यास बनके आइ तू..।
मन करता हे की..
यूँ तो करवटें मोड़ कर तुझे भरलू अपनी बाँहों में
कई सालों के इंतज़ार बाद आज मेरे सुकून की नींद बनके आइ तू..।
इस ख़ूबसूरत जहाँ मे मेरा बसेरा बनके आयी तू..,
यूँ कहू तो गर्दिशों को वार सारा प्यार समेट मेरे लिए लाई तू..।
#TheUntoldकाफ़िया
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