●मोहब्बत
कुछ बाते जो लिखी अफ़साने हैं..,
यहाँ इश्क़ के ग़म में ज़माने हैं..,
फिर क्यूं पीता है पैमाने आँखों से..,
यार यहा नशे में सारे मैखाने हैं..!
फोरहैड किसिस की यहाँ रश्में हैं..,
फिर जिश्मो से खेलने की कसमें हैं..,
अरे फिर क्यों केहते हो रूहानी इश्क़ इसे..,
यार यहाँ तुम्हारी सोच में ही जिश्मानी सपनें हैं..!
मेरा बाबु तुम सोना जो करते हो..,
तुम मोहब्बत सिर्फ इसीको केहते हो..?
और मिलने जो कभी टाइम पे न आये..,
तो तुम दूसरा जिश्म देख मरते हों..,
आखिर क्यों रूह को बदनाम तुम करते हो..!?
#TheUntoldकाफ़िया
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