क्या खबर कल क्या हो जाए
अफ़सोस नहीं करना है मुझको
एक बार मिला है जो जीवन
चलो इसको जीभर कर जिया जाए
गीले - शिकवे करने में
वक्त क्यूं बर्बाद करना
मैं खुश हूं, मेरी खुशी का कारण
पर मुझसे ना पूछा जाए
आज का दिन मैं जी लूं जी भर
कल के बारे में आज क्यूं सोचा जाए
-अनुभूति अनिता पाठक