मां दूर होकर भी सदा पास ही रहती है
ममता की छांव में हमें प्रेम से रखती है
वो हर बला से हमको बचाकर रखती है
कभी डांट लगाती है तो खुद भी रोती है
हमारी मुस्कान देखकर ही मां हंसती है
मां की दुवाएं जीवन भर साथ रहती है
नजरों से ओझल होकर भी मां सदा दिल के पास ही रहती है
-अनुभूति अनिता पाठक