सूना सूना सूना
तेरे बिन जीवन सूना
हर रोज सूरज निकलता
पर तेरे बिन मेरा दिन सूना
हर रात आसमां पर चाँद होता
पर तेरे बिन मेरी रात सूनी
कुछ भी रास नही आता मुझे
तेरे बिन मेरा हर पल सूना
सूना सूना सूना
तेरे बिन मेरा जीवन सूना
एक पहर बन गया सालों समान
मरना जीना एक समान
जीना बन गया एक हठ समान
जिसमें सांसों का हुआ अकाल
इंतजार की कोई घड़ी भी ना बची
मिलने की कोई आस भी ना बची
सूना सूना सूना
तेरे बिन मेरा जीवन सूना
-Vaishnav