नवरात्र सातवां दिन माँ कालरात्रि ब्रह्मदत्त त्यागी
नवरात्र सातवां दिन माँ कालरात्रि
दुर्गा माँ के सातवें स्वरूप को मां कालरात्रि कहा जाता है. रंग काला होने के कारण ही इन्हें कालरात्रि नाम दिया गया.
मान्यताओं के अनुसार रक्तबीज नामक असुर का वध करने के लिए माँ दुर्गा ने इन्हें अपने तेज से उत्पन्न किया था. इन्हें 'शुभंकारी' भी कहा जाता है. माँ का रंग अन्धकार की तरह काला है इनके बाल बिखरे हुए और गले में विधुत की माला है.
माँ कालरात्रि के चार हाथ हैं एक हाथ में कटार दूसरे में लोहे का कांटा धारण किये हुए है. अन्य दो हाथ वरमुद्रा और अभय
मुद्रा में है. माँ के तीन नेत्र है और श्वास से आग निकलती है
इनका वाहन गधा है. ब्रह्मदत्त त्यागी