प्रेम में डूबा ह्रदय किसी की कहां सुनता है
ये वही करता है जो प्रेम कराता है।
कभी झुमाये,कभी नचाये
कभी बैठ यादों में ले जाये
कभी हंसाये कभी रुलाये
कभी डोर इंतजार की थमाए
सदियों का इंतजार कराता है
प्रेम में डूबा ह्रदय किसी की कहां सुनता है..!
-Apoorva Singh