"ख़ुदको ऊची जात वाले कहते है,
अरे तुम जो हरकत करते हो वो तो गली के कुत्ते भी नहीं करते है"
तुमने इंसाफ़ की उम्मीद कैसे रखली,
तुम तो वाल्मीकि समाज से आती हो,
शुकर मानो तुम उस उची जातियों के हैवानों का,
जिसने तुम्हें आजतक जीने दिया,
वरना वो तो तुम्हें बचपन में ही खा जाते,
फासी देने की बात तो बहुत दूर रही,
तुम्हारे साथ ये हरकत करने वाले उन उची जातियों के हैवानों के खिलाफ शिक़ायत भी दर्ज़ हो जाए,
तो ये भारत के लिए गर्व की बात है,
prem_solanki ....