"बेशक कह दो"
अगर दर्द ही देना हे तो बेशुमार दो
अगर प्यार ही देना हे तो बेशुमार दो
अतित का हिसाब आज मत करो
गलती आज की हेै,सजा आज दो
बार बार वही कहानी मत दोहरानां
अगर बिछडना है तो बेशक कह दो
पहले जैसा था वेेैसा ही हूं आज भी
दूसरो से मेरी तुलना मत किया करो
मुझे कहने की बांते सिर्फ मुझे कहो
कुछ सुधारना है तो मुझे अवसर दो
इन्सान जो हुं गलतियाँ होगी मुझसे
'माहि' जो कहना है, बेशक कह दो
-पवार महेन्द्र
-Pawar Mahendra